मुलाकात,

मुलाकात,

कौन कहता है, मुलाकात,
मेरी आज की है तू,
मेरी रूह के अंदर,
है कई सदियों से |

राष्ट्रवाद

राष्ट्रवाद

भारत में राष्ट्रवाद ने एक ऐसी ,
शक्ति का संचार किया है ,
जो लोगों के अन्दर सदियों से ,
निष्क्रिय पड़ी थी I
Subhash Chandra Bose